उर्दू जबान ब्रजभाषा से निकली है। - मुहम्मद हुसैन 'आजाद'।
 

नेहरू चाचा | बाल-दिवस कविता

 (बाल-साहित्य ) 
 
रचनाकार:

 भारत-दर्शन संकलन | Collections

सब नेताओ से न्यारे तुम, बच्चो को सबसे प्यारे तुम,
कितने ही तूफान आ गए, लेकिन कभी नहीं हारे तुम ।
आजादी की लड़ी लड़ाई, बिना तमक, बिना तमाचा,
                                           नेहरू चाचा ।

हम भारत के भाल बनेंगे, वीर जवाहरलाल बनेंगे,
सीखी तुमसे बहादुरी है, हम दुश्मन के काल बनेंगे।
तुमने जो सपने देखे, साकार करें हम, यह अभिलाषा,
                                          नेहरू चाचा ।

-देव्रत जोशी

[भारत-दर्शन संकलन]

 

#

'बाल-दिवस' पर विशेष-सामग्री पढ़िए।

बाल कविताएं पढ़ने के लिए बाल-काव्य पृष्ठ देखें।

बाल कथाएं व बाल कहानियाँ पढ़ने के लिए बाल-कहानी पृष्ठ देखें।

Back
 
Post Comment
 
Type a word in English and press SPACE to transliterate.
Press CTRL+G to switch between English and the Hindi language.
 

सब्स्क्रिप्शन

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश