समाज और राष्ट्र की भावनाओं को परिमार्जित करने वाला साहित्य ही सच्चा साहित्य है। - जनार्दनप्रसाद झा 'द्विज'।
 
ईस्टर की छुट्टी | बाल कविता (बाल-साहित्य )       
Author:रेखा राजवंशी | ऑस्ट्रेलिया

तेरी मेरी कुट्टी
लाल नीले पीले
ईस्टर एग्ज़ रंगीले
बड़ा मज़ा आया
‘ईस्टर बनी' भाया
दादा लेकर आए
सबने मिलकर खाए'

-रेखा राजवंशी
 ऑस्ट्रेलिया

 

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