वही भाषा जीवित और जाग्रत रह सकती है जो जनता का ठीक-ठीक प्रतिनिधित्व कर सके। - पीर मुहम्मद मूनिस।
 
भवानी दयाल संन्यासी
   
 
बिहार का नायक : भवानी दयाल संन्यासी [10 सितंबर, 1892 - 9 मई, 1959]
 
दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले और ‘सत्याग्रह का इतिहास’ लिखने वाले, 'भवानी दयाल संन्यासी' को क्या बिसरा दिया गया है ? दक्षिण अफ्रीका में चले सत्याग्रह का इतिहास उन्होंने ही लिखा था। भवानी दयाल संन्यासी के नाम पर दक्षिणी अफ्रीकी देशों में अब भी कई शैक्षणिक संस्थान चलते हैं।
 
भवानी दयाल संन्यासी जब भारत लौटे तो उन्होंने अपने गांव बहुआरा में रहते हुए मुंबई के वेंकटेश्वर समाचार में पत्रकारिता शुरू की। वे हजारीबाग जेल में बंदी बनाकर ले जाए गए तो वहां से उन्होंने ‘कारागार’ नामक हस्तलिखित पत्रिका की आरम्भ की और जेल में ही रहते हुए तीन ऐतिहासिक अंक निकाले। संन्यासी ने 800 पृष्ठों के सत्याग्रह विशेषांक का संकलन व संपादन भी किया था।
 
 
 
 

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