जब हम अपना जीवन, जननी हिंदी, मातृभाषा हिंदी के लिये समर्पण कर दे तब हम किसी के प्रेमी कहे जा सकते हैं। - सेठ गोविंददास।
 

प्रेमचंद का डिजिटल चित्रांकन | Premchand : Sketch of Premchand Video

प्रेमचंद का डिजिटल चित्रांकन | Premchand : A Digital Sketch of Premchand 

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