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भाई-बहन का यह त्योहार इसमें छुपा हुआ है प्यार।
इक-दूजे पर करते नाज़भैया दूज आ गयी आज।
माथे पर चन्दन का टीका बहन बिना सब होता फीका।
भैया तुझको तिलक लगा दूँ चन्दा-सूरज तुझे दिला दूँ।
यह रिश्तों की है सौग़ातयाद रहे अम्मा की बात।
- रोहित कुमार 'हैप्पी'
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