भारत की सारी प्रांतीय भाषाओं का दर्जा समान है। - रविशंकर शुक्ल।
 

आंकड़े बोलते हैं

आंकड़े बोलते हैं - इन पृष्ठों में उन तथ्यों को उपलब्ध करवाया जाएगा जो जनहित में हैं और अन्यत्र सरल सुलभ नहीं।

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