देहात का विरला ही कोई मुसलमान प्रचलित उर्दू भाषा के दस प्रतिशत शब्दों को समझ पाता है। - साँवलिया बिहारीलाल वर्मा।
 
निकटता | कविता (काव्य)       
Author:विष्णु प्रभाकर | Vishnu Prabhakar

त्रास देता है जो
वह हँसता है
त्रसित है जो
वह रोता है
कितनी निकटता है
रोने और हँसने में

-- विष्णु प्रभाकर

 

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