हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है। - कमलापति त्रिपाठी।
 
मुक्तिबोध की हस्तलिपि में कविता (काव्य)       
Author:गजानन माधव मुक्तिबोध | Gajanan Madhav Muktibodh

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