हमारी हिंदी भाषा का साहित्य किसी भी दूसरी भारतीय भाषा से किसी अंश से कम नहीं है। - (रायबहादुर) रामरणविजय सिंह।
आ गया बच्चों का त्योहार | Bal Diwas Hindi poem (बाल-साहित्य )    Print this  
Author:भारत-दर्शन संकलन | Collections

आ गया बच्चों का त्योहार !

सभी में छाई नयी उमंग, खुशी की उठने लगी तरंग,
होे रहे हम आनन्द-विभोर, समाया मन में हर्ष अपार !
आ गया बच्चों का त्योहार !

करें चाचा नेहरू को याद, जिन्होंने किया देश आज़ाद,
बढ़ाया हम सबका सम्मान, शांति की देकर नयी पुकार !
आ गया बच्चों का त्योहार !

चलें उनके ही पथ पर आज, बनाएं स्वर्ग-समान समाज,
न मानें कभी किसी से बैर, बढ़ाएं आपस में ही प्यार !
आ गया बच्चों का त्योहार !

देश-हित दें सब-कुछ हि त्याग, कर भारत माँ से अनुराग,
बनाएं जन सेवा को ध्येय, करें दुखियों का हम उद्धार !
आ गया बच्चों का त्योहार !

- विनोदचंद्र पांडेय 'विनोद'

 

Previous Page  |  Index Page  |   Next Page
 
Post Comment
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

सर्वेक्षण

भारत-दर्शन का नया रूप-रंग आपको कैसा लगा?

अच्छा लगा
अच्छा नही लगा
पता नहीं
आप किस देश से हैं?

यहाँ क्लिक करके परिणाम देखें

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश