साहित्य की उन्नति के लिए सभाओं और पुस्तकालयों की अत्यंत आवश्यकता है। - महामहो. पं. सकलनारायण शर्मा।
मीरा के भजन  (काव्य)    Print  
Author:मीराबाई | Meerabai
 

मीरा के भजनों का संग्रह।

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मेरो दरद न जाणै कोय
चलो मन गंगा-जमना-तीर
श्याम पिया मोरी रंग दे चुनरिया
होरी खेलत हैं गिरधारी
 
 
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