मजहब को यह मौका न मिलना चाहिए कि वह हमारे साहित्यिक, सामाजिक, सभी क्षेत्रों में टाँग अड़ाए। - राहुल सांकृत्यायन।
रोनाल्ड स्टुअर्ट मेक्ग्रेगॉर - विदेशी हिंदी सेवी  (विविध)    Print  
Author:रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड
 

रोनाल्ड स्टुअर्ट मेक्ग्रेगॉर का जन्म न्यूजीलैंड में 1929 में हुआ था। मेक्ग्रेगॉर के माता-पिता स्कॉटिश थे। बचपन में मेक्ग्रेगॉर को किसी ने फीजी से प्रकाशित हिंदी व्याकरण की एक पुस्तक भेंट की थी। इसी के फलस्वरूप उनका हिंदी की ओर रूझान हो गया।

सर्वप्रथम 1959-60 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हिंदी की पढ़ाई करने वे भारत गए थे। मेक्ग्रेगॉर ने 1959-60 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हिंदी की शिक्षा ली।

1964 से लेकर 1997 तक वे कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में हिंदी का अध्यापन करते रहे। वे एक उच्च स्तरीय भाषा विज्ञानी, व्याकरण के विद्वान, अनुवादक और हिंदी साहित्य के इतिहासकार थे।

1972 में हिंदी व्याकरण पर 'एन आउटलाइन ऑफ हिंदी ग्रामर' नाम की महत्वपूर्ण पुस्तक लिखी। मेक्ग्रेगॉर का 'हिंदी-अंग्रेजी शब्दकोश' काफी प्रसिद्ध रहा है। हिंदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित व स्थापित करने में आपकी महती भूमिका रही है।

रोनाल्ड स्टुअर्ट मेक्ग्रेगॉर जिन्हें अधिकतर आर एस मेक्ग्रेगॉर के नाम से जाना जाता है, का 19 अगस्त 2013 को 84 वर्ष की आयु में निधन हो गया। आप एक सच्चे हिंदी प्रेमी थे। मेक्ग्रेगॉर ने पश्चिमी को हिंदी से परिचित करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रस्तुति : रोहित कुमार 'हैप्पी'

 

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