साहित्य का स्रोत जनता का जीवन है। - गणेशशंकर विद्यार्थी।

कहानियां

कहानियों के अंतर्गत यहां आप हिंदी की नई-पुरानी कहानियां पढ़ पाएंगे जिनमें कथाएं व लोक-कथाएं भी सम्मिलित रहेंगी। पढ़िए मुंशी प्रेमचंद, रबीन्द्रनाथ टैगोर, भीष्म साहनी, मोहन राकेश, चंद्रधर शर्मा गुलेरी, फणीश्वरनाथ रेणु, सुदर्शन, कमलेश्वर, विष्णु प्रभाकर, कृष्णा सोबती, यशपाल, अज्ञेय, निराला, महादेवी वर्मालियो टोल्स्टोय की कहानियां

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फ्रॉक - कीर्ति चौधरी

फ्रॉक

 
आँखें खुलीं - कमला देवी चौधरी

हिन्दू-समाज। एक भाईं, तीन बहनें। हर एक का दहेज पाँच हजार। पूरे पन्द्रह हजार! सुधा बड़ी है तो क्या, कन्या जो ठहरी! मनोहर पुत्र है--दस हज़ार की हुंडी। फिर मनोहर का लाड-प्यार क्यों न हो? और चुन्नी के लिए? उपेक्षा।

 
देश की वेदी पर - डॉ॰ धनीराम प्रेम | ब्रिटेन

देश की वेदी पर

 
महादान | कहानी - यशपाल | Yashpal

सेठ परसादीलाल टल्लीमल की कोठी पर जूट का काम होता था। लड़ाई शुरू होने पर जापान और जर्मनी की खरीद बंद हो गई। जहाजों को दुश्मन की पनडुब्बियों का भय था; अमेरिका भी माल न जा पाता।

 

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