Warning: session_start(): open(/tmp/sess_46ccc3560c4a5366e278646f0652c782, O_RDWR) failed: No such file or directory (2) in /home/bharatdarshanco/public_html/lit_details.php on line 3

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /tmp) in /home/bharatdarshanco/public_html/lit_details.php on line 3
 मामू की शादी में | Hindi Bal Geet by Anand Vishvas
भारत की सारी प्रांतीय भाषाओं का दर्जा समान है। - रविशंकर शुक्ल।

मामू की शादी में

 (बाल-साहित्य ) 
Print this  
रचनाकार:

 आनन्द विश्वास (Anand Vishvas)

मामू की शादी में हमने, खूब मिठाई खाई।
नाचे-कूदे,गाने गाए, जमकर मौज़ मनाई।
आगे-आगे बैण्ड बजे थे,
पीछे बाजे ताशे।
घोड़ी पर मामू बैठे थे,
हम थे उनके आगे।
तरह-तरह की फिल्मी धुन थीं और बजी शहनाई।
मामू की शादी में हमने, खूब मिठाई खाई।
नाना नाचे, नानी नाचीं,
नाचीं चाची ताई।
दादा-दादी ने फिर जमकर,
डिस्को डांस दिखाई।
आतिशबाजी बड़े गज़ब की, सबके मन को भाई।
मामू की शादी में हमने, खूब मिठाई खाई।
दरवाजे पर धूम-धड़ाका,
नाचे सभी बराती।
स्वागत करने सभी वहाँ थे,
रिश्तेदार घराती।
मामी जी ने मामा जी को, वर-माला पहनाई।
मामू की शादी में हमने, खूब मिठाई खाई।
खाने के तो, क्या थे कहने,
कुछ मत पूछो भाया।
काजू किसमिश मेवे वाला,
हलवा हमने खाया।
कहीं चाट थी दिल्ली वाली, और कहीं ठंडाई।
मामू की शादी में हमने, खूब मिठाई खाई।
काजू-पूरी, दाल मखनियाँ,
और नान तन्दूरी।
छोले और भटूरे ने तो,
कर दी टंकी पूरी।
दही-बड़े की डिश मामी ने, जबरन हमें खिलाई।
मामू की शादी में हमने, खूब मिठाई खाई।
और रात को फेरे-पूजा,
छन की बारी आई।
मामूजी भी बड़े चतुर थे,
छन की झड़ी लगाई।
मौका पाकर साली जी ने, जूती लई चुराई।
मामू की शादी में हमने, खूब मिठाई खाई।
भोर हुआ तब धीरे-धीरे,
समय विदा का आया।
दरवाजे पर कार खड़ी थी,
सबका मन भर आया।
सबकी आँखे भर आईं जब, होने लगी विदाई।
मामू की शादी में हमने, खूब मिठाई खाई।
यूँ तो मुझको बड़ी खुशी थी,
फिर भी रोना आया।
रोना और बिलखना सबका,
मैं तो सह ना पाया।
सारी खुशियाँ छूमंतर थीं,सुनकर शब्द विदाई।
मामू की शादी में हमने, खूब मिठाई खाई।

-आनन्द विश्वास
 ईमेल : anandvishvas@gmail.com

Back
 
Post Comment
 
 

सब्स्क्रिप्शन

सर्वेक्षण

भारत-दर्शन का नया रूप-रंग आपको कैसा लगा?

अच्छा लगा
अच्छा नही लगा
पता नहीं
आप किस देश से हैं?

यहाँ क्लिक करके परिणाम देखें

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश