भारतीय साहित्य और संस्कृति को हिंदी की देन बड़ी महत्त्वपूर्ण है। - सम्पूर्णानन्द।
अपना जीवन.... | ग़ज़ल (काव्य)    Print this  
Author:कुँअर बेचैन

अपना जीवन निहाल कर लेते
औरों का भी ख़याल कर लेते

जब भी पूछो हो हमसे पूछो हो
आज ख़ुद से सवाल कर लेते

दिल पे जादू है बस मुहब्बत का
आप भी यह कमाल कर लेते

गर न उन पर नजर तेरी होती
लोग क्या अपना हाल कर लेते

मौत के जाल से निकलते तो
ज़िंदगी को बहाल कर लेते

ए 'कुँअर' ख़ुद पे भी नज़र रखते
अपनी भी देखभाल कर लेते

- कुअँर बेचैन

 

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