Warning: session_start(): open(/tmp/sess_16b2ca5e7b91fa3c4a442b251f4479a9, O_RDWR) failed: No such file or directory (2) in /home/bharatdarshanco/public_html/child_lit_details.php on line 1

Warning: session_start(): Failed to read session data: files (path: /tmp) in /home/bharatdarshanco/public_html/child_lit_details.php on line 1
 मैं दिल्ली हूँ - रामावतार त्यागी | Main Delhi Hoon | Ramavatar Tyagi
हिंदी जाननेवाला व्यक्ति देश के किसी कोने में जाकर अपना काम चला लेता है। - देवव्रत शास्त्री।
मैं दिल्ली हूँ | दो (काव्य)    Print this  
Author:रामावतार त्यागी | Ramavtar Tyagi

जब चाहा मैंने तूफ़ानों के, अभिमानों को कुचल दिया ।
हँसकर मुरझाई कलियों को, मैंने उपवन में बदल दिया ।।

मुझ पर कितने संकट आए, आए सब रोकर चले गए ।
युद्धों के बरसाती बादल, मेरे पग धोकर चले गए ।।

कब मेरी नींव रखी किसने, यह तो मुझको भी याद नहीं ।
पूँछू किससे; नाना-नानी, मेरा कोई आबाद नहीं ।।

इतिहास बताएगा कैसे, वह मेरा नन्हा भाई है ।
उसको इन्सानों की भाषा तक, मैंने स्वयं सिखाई है ।।

हाँ, ग्रन्थ महाभारत थोड़ा, बचपन का हाल बताता है ।
मेरे बचपन का इन्द्रप्रस्थ ही, नाम बताया जाता है ।।

कहते हैं मुझे पांडवों ने ही, पहली बार बसाया था ।
और उन्होंने इन्द्रपुरी से सुन्दर मुझे सजाया था ।।

मेरी सुन्दरता के आगे सब, दुनिया पानी भरती थी ।
सुनते हैं देश विदेशो पर, तब भी मैं शासन करती थी ।।

किन्तु महाभारत से जो, हर ओर तबाही आई थी ।
वह शायद मेरे घर में भी, कोई वीरानी लाई थी ।।

बस उससे आगे सदियों तक, मेरा इतिहास नहीं मिलता ।
मैं कितनी बार बसी-उजड़ी, इसका कुछ पता नहीं चलता ।।

ईसा से सात सदी पीछे, फिर बन्द कहानी शुरू हुई ।
आठवीं सदी के आते ही, भरपूर जवानी शुरू हुई ।।

सचमुच तो राजा अनंगपाल ने फिरसे मुझे बसाया था ।
मेरी शोभा के आगे तब, नन्दन-वन भी शरमाया था ।।

मेरे पाँवों को यमुना ने, आंखों से मल-मल धोया था ।
बादल ने मेरे होंठों को आ-आकर स्वयं भिगोया था ।।

- रामावतार त्यागी

 

Previous Page  |   Next Page
 
Post Comment
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

सर्वेक्षण

भारत-दर्शन का नया रूप-रंग आपको कैसा लगा?

अच्छा लगा
अच्छा नही लगा
पता नहीं
आप किस देश से हैं?

यहाँ क्लिक करके परिणाम देखें

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश