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 सीधा-सादा  | शेरजंग गर्ग की बाल कविता | A poem by Sherjung Garg
हिंदी जाननेवाला व्यक्ति देश के किसी कोने में जाकर अपना काम चला लेता है। - देवव्रत शास्त्री।
सीधा-सादा  (बाल-साहित्य )    Print this  
Author:शेरजंग गर्ग

सीधा-सादा सधा सधा है 
इसी जीव का नाम गधा है
इसपर कितना बोझ लदा है 
पर रहता खामोश सदा है 
ढेंचू ढेंचू कह खुश रहता 
नहीं शिकायत में कुछ कहता 
काम करो पर नहीं गधे-सा
नाम करो पर नहीं गधे-सा

-शेरजंग गर्ग 
[इक्यावन बाल कविताएँ, 2009, आत्माराम एंड संस, दिल्ली]

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