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मेरी ख़ामोशी काये अर्थ नहींकि मै बस राख हूँगौर से देखोराख की परतों तलेसुलगती आग भी हैअगर तुम्हें जलने का डर ना होतो ये आग उठाकरअपने दिल में रख लोमै चाहती हूँकि तुम्हारी नसों मेंबहते रक्त के साथऊर्जा बनकरमै जिंदगी भर बहती रहूँ।
-प्रीता व्यास न्यूज़ीलैंड
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