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 श्रमिक का गीत | Shramik Geet by Rohit Kumar Happy
हिंदी जाननेवाला व्यक्ति देश के किसी कोने में जाकर अपना काम चला लेता है। - देवव्रत शास्त्री।
श्रमिक का गीत  (काव्य)    Print this  
Author:रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड

रहा हाड़ ना मास मेरा
जानूँ हूँ इतिहास तेरा।

हम धरती पर तंग हुए
देवलोक में वास तेरा।
          जानूँ हूँ इतिहास तेरा॥
 
खाऊँ, ओड़ूँ, इसे बिछौऊं
किया बड़ा विश्वास तेरा।
           जानूँ हूँ इतिहास तेरा॥

जो चाहे तू वो मैं बोलूँ
ना बंधुआ, ना दास तेरा।
           जानूँ हूँ इतिहास तेरा॥

'रोहित' सुन ले बात ध्यान से
वरना हो जाये नास तेरा।
        जानूँ हूँ इतिहास तेरा॥

         - रोहित कुमार ‘हैप्पी'

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