जब हम अपना जीवन, जननी हिंदी, मातृभाषा हिंदी के लिये समर्पण कर दे तब हम किसी के प्रेमी कहे जा सकते हैं। - सेठ गोविंददास।

कमला प्रसाद मिश्र | फीजी के कवि (काव्य)

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Author: भारत-दर्शन संकलन

इस श्रृंखला में हम फीजी के कवियों की रचनाएं प्रकाशित कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि सुदूर देश में बसे इन भारतवंशियों की रचनाएं आपको पसंद आएंगी।

कमला प्रसाद मिश्र का जन्म 1913 में फीजी के 'वाई रूकू' गांव में हुआ जो 'रॉकी रॉकी' जिला के अंतर्गत आता है। मिश्रजी के पिता जी गिरमिट मजदूर के रूप में भारत से फीजी आए थे।

1926 में 13 वर्ष की आयु में मिश्रजी अध्ययन हेतु वृंदावन गुरुकुल, भारत आ गए। लगभग ग्यारह वर्षों तक भारत में अध्ययन करने व 'आयुर्वेद शिरोमणी' की उपाधि पाने के पश्चात् आप फीजी लौट आए।

आपने संस्कृत, अँग्रेज़ी और हिंदी का गहन अध्ययन किया।

आपकी रचनाएं भारत की तत्कालीन श्रेष्ठ पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई जिनमें सरस्वती, माधुरी, विशाल भारत इत्यादि सम्मिलित थीं।

 

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