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नव उमंग दो नव तरंग दोनव उत्साह दो नव प्रवाह दोशुभ संकल्पों से सुवासितजीवन में जीवन भर दो ।
पावनता से अभि सिंचित होजीवन बगिया का हरपल प्रमुदितकुछ जीवट हो कुछ हो उमंग
जीवन की डगमग नैया कोतुम आज अभय वर दो!
- अमिता शर्मा
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