अहिंदी भाषा-भाषी प्रांतों के लोग भी सरलता से टूटी-फूटी हिंदी बोलकर अपना काम चला लेते हैं। - अनंतशयनम् आयंगार।
चित्र-दीर्घा :   डॉ कुंवर बेचैन ऑस्ट्रेलिया में

एक शाम डॉ कुंवर बेचैन के नाम

डा कुंवर को सुनते मंत्र-मुग्ध श्रोता

स्थानीय कवियों व शायरों के साथ डा कुंवर

डॉ कुंवर बेचैन रेखा राजवंशी के साथ