Important Links
दोहे |
दोहा मात्रिक अर्द्धसम छंद है। इसके पहले और तीसरे चरण में 13 तथा दूसरे और चौथे चरण में 11 मात्राएं होती हैं। इस प्रकार प्रत्येक दल में 24 मात्राएं होती हैं। दूसरे और चौथे चरण के अंत में लघु होना आवश्यक है। दोहा सर्वप्रिय छंद है। कबीर, रहीम, बिहारी, उदयभानु हंस, डा मानव के दोहों का संकलन। |
Articles Under this Category |
होली व फाग के दोहे - रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड |
भर दीजे गर हो सके, जीवन अंदर रंग। |
more... |
दिव्य दोहे - अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' | Ayodhya Singh Upadhyaya Hariaudh |
अपने अपने काम से है सब ही को काम। |
more... |