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 कृष्ण उवाच | Hindi Hasya Kavita by Babu Lal Saini
हिंदी जाननेवाला व्यक्ति देश के किसी कोने में जाकर अपना काम चला लेता है। - देवव्रत शास्त्री।

कृष्ण उवाच (काव्य)

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Author: बाबू लाल सैनी

मुझे सब पता है, तुमने राज्य का क्या हाल किया है ?
धृतराष्ट्र को, बिल्कुल मनमोहन सिंह बना दिया है !
जुए में जीत कर हीरो बनते हो ?
डेमोक्रेसी के नाम पर दुनिया को छलते हो ?
लेकिन अब सिर्फ सच चलेगा,
कोई कहानी नहीं,
क्योंकि, मेरा नाम कृष्ण है,
आडवाणी नहीं।

- बाबू लाल सैनी
ई-मेल: sainibl96@gmail.com

 

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