यदि पक्षपात की दृष्टि से न देखा जाये तो उर्दू भी हिंदी का ही एक रूप है। - शिवनंदन सहाय।

स्वामी विवेकानंद की कविताएं

 (काव्य) 
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रचनाकार:

 स्वामी विवेकानंद

यहाँ स्वामी विवेकानंद की कविताएं संकलित की गई हैं।

 

 

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