भारत की परंपरागत राष्ट्रभाषा हिंदी है। - नलिनविलोचन शर्मा।

माली की सीख

 (कथा-कहानी) 
Print this  
रचनाकार:

 भारत-दर्शन संकलन | Collections

छह-सात वर्ष का एक बालक अपने साथियों के साथ एक बगीचे में फूल तोड़ने के लिए गया। तभी बगीचे का माली आ पहुँचा। अन्य साथी भागने में सफल हो गए, लेकिन सबसे छोटा और कमज़ोर होने के कारण एक बालक भाग न पाया। माली ने उसे धर दबोचा।

नन्हे बालक ने धीमे स्वर में माली से कहा - "मेरे पिता नहीं हैं शायद इसलिए आप मुझे पीट रहे हैं!"

बालक की बात सुनकर माली का क्रोध जाता रहा। वह प्यार से समझाते हुए बोला - "बेटा, पिता के न होने पर तो तुम्हारी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है।"

यह सुनकर बालक बिलख-बिलख कर रो पड़ा। माली की यह बात उस बालक के दिल में घर कर गई और उसने जीवनपर्यन्त नहीं भुलाया।

जानते हैं माली की सीख को गांठ बांध लेने वाला यह बच्चा कौन था? भारत का सबसे ईमानदार लाल - प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री।

#

पुन: संपादन - भारत-दर्शन

 

Back
 
Post Comment
 
 

सब्स्क्रिप्शन

सर्वेक्षण

भारत-दर्शन का नया रूप-रंग आपको कैसा लगा?

अच्छा लगा
अच्छा नही लगा
पता नहीं
आप किस देश से हैं?

यहाँ क्लिक करके परिणाम देखें

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश