अपनी सरलता के कारण हिंदी प्रवासी भाइयों की स्वत: राष्ट्रभाषा हो गई। - भवानीदयाल संन्यासी।

हिंदी वेब मीडिया | Web Hindi Journalism

 (विविध) 
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रचनाकार:

 रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड

क्या आप जानते हैं - वेब पर हिन्दी प्रकाशन और पत्रकारिता का आरंभ कब और कहाँ से हुआ? इंटरनेट पर हिंदी का पहला प्रकाशन कौनसा था? 

  • इंटरनेट की पहली हिंदी पत्रिका न्यूज़ीलैंड से प्रकाशित 'भारत-दर्शन' थी जिसका वेब संस्करण 1997 में उपलब्ध करवाया गया, इसके साथ ही पत्रिका को 'इंटरनेट पर विश्व का पहला हिन्दी प्रकाशन होने का गौरव प्राप्त हुआ। 
  • इसके बाद दूसरी 'बोलोजी' जिसमें कुछ पृष्ठ हिंदी के होते थे, 1999 में अमरीका से प्रकाशित हुई। राजेन्द्र कृष्ण इसका प्रकाशन करते थे। 
  • पूर्णिमा जी ने 2000 में ‘अभिव्यक्ति' का प्रकाशन शारजहा से आरम्भ किया।

दिलचस्प बात यह है कि उपरोक्त तीनों प्रकाशन ‘साहित्यिक' थे और इनका प्रकाशन भारत से न होकर न्यूजीलैंड, अमरीका व शारजहा से हुआ था।

इंटरनेट का पहला हिंदी प्रकाशन ‘भारत-दर्शन' था व इसके बाद ही भारत से ‘दैनिक जागरण' (1997) व भारत का पहला हिंदी पोर्टल ‘वेब दुनिया' (1999) अस्तित्व में आया।

इंटरनेट पर हिंदी प्रकाशन व वेब पत्रकारिता की पहल भारत से न होकर, प्रवासी भारतीयों द्वारा देश से बाहर रहते हुए की गई।

- रोहित कुमार ‘हैप्पी’

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