प्रत्येक नगर प्रत्येक मोहल्ले में और प्रत्येक गाँव में एक पुस्तकालय होने की आवश्यकता है। - (राजा) कीर्त्यानंद सिंह।
सब की दुनिया एक (बाल-साहित्य )    Print this  
Author:

धरती है हम सब की एक
आसमान हम सब का एक
सूरज है हम सब का एक
चंदा है हम सब का एक
पानी है हम सब का एक
और पवन है सब का एक
है दुनिया में लोग अनेक
लेकिन सब की दुनिया एक

-द्वारिकाप्रसाद महेश्वरी

 

Previous Page  |   Next Page
 
Post Comment
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

सर्वेक्षण

भारत-दर्शन का नया रूप-रंग आपको कैसा लगा?

अच्छा लगा
अच्छा नही लगा
पता नहीं
आप किस देश से हैं?

यहाँ क्लिक करके परिणाम देखें

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश