हम भारतीयों का सदा है, प्राण वन्देमातरम् । हम भूल सकते है नही शुभ तान वन्देमातरम् । ।
देश के ही अन्नजल से बन सका यह खून है । नाड़ियों में हो रहा संचार वन्देमातरम् । ।
स्वाधीनता के मंत्र का है सार वन्देमातरम् । हर रोम से हर बार हो उबार वन्देमातरम् ।।
घूमती तलवार हो सरपर मेरे परवा नही । दुश्मनो देखो मेरी ललकार वन्देमातरम् ।।
धार खूनी खच्चरों की बोथरी हो जायगी । जब करोड़ों की पड़े झंकार वन्देमातरम् ।।
टांग दो सूली पै मुझको खाल मेरी खींच लो । दम निकलते तक सुनो हुंकार वन्देमातरम् । ।
देश से हम को निकालो भेज दो यमलोक को । जीत ले संसार को गुंजार वन्देमातरम् ।।
चौंकते हो क्यों भला तुम मंत्र वन्देमातरम् । चीर कर देखो कलेजा तंत्र वन्देमातरम् ।।
मृत्युशथ्या पर मुझे उल्लास होगा बस तभी । प्राण यदि छूटे हिलाते तार वन्देमातरम् । ।
- अज्ञात |