देशभाषा की उन्नति से ही देशोन्नति होती है। - सुधाकर द्विवेदी।
 
होली से मिलते जुलते त्योहार (विविध)     
Author:रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड

भारत व पड़ोसी देशों में तो होली मनाई ही जाती है। विश्व के कई देशों में होली-फाग से मिलते जुलते-त्योहार मनाये जाते हैं।

ऑस्ट्रेलिया के ब्रिज़बन (Brisbane) नगर से 300 किमी दूर चिनचिला में 'चिनचिला मेलन फेस्टिवल' होता है।

हर ओर तरबूज ही तरबूज। कहीं तरबूजों को जूतों की तरह पहन कर लोग दौड़ते हुए प्रतियोगिता करते हैं, तो कहीं तरबूज को फेंकने के खेल चलते हैं। कहीं हाथों में तरबूज उठाए हुए एक टांग से भागने (लंगड़ी दौड़) की प्रतियोगिता, तो कहीं बिना हाथों का उपयोग किए तरबूज खाने की प्रतियोगिता लगती है।  इस त्योहार में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी सम्मिलित हैं। यदि आप गीत-संगीत का आनंद उठाना चाहें तो उसकी भी व्यवस्था है।

न्यूज़ीलैंड में होली के अनेक आयोजन विभिन्न स्तरों पर होते हैं। पिछले कई वर्षों से हरे कृष्णा (ISKCON ) और वायटाकरे इंडियन एसोसिएशन (Waitakere Indian Association) होली का आयोजन कर रहे हैं। 'होली' का त्योहार चूंकि रंगो, हँसी-मज़ाक और मस्ती का त्योहार है यथा विदेशियों के लिए बहुत आकर्षक है और विश्व भर में बड़ी तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है।

चीन का 'डाए' समुदाय एक-दूसरे पर पानी फेंक कर नया वर्ष मनाते हैं। इस दिन 'होली' की तरह लोग एक-दूसरे पर पानी फेंकते हैं। पिचकारी से पानी फेंकने का भी खूब चलन है। इस दिन खूब गाना-बजाना होता है। युवाओं की टोलियां मस्ती में हुड़दंग करती घूमती हैं। डाए समुदाय का यह त्योहार म्यांमार, लाओस, थाइलैंड व कम्बोडिया में भी 'वाटर फेस्टिवल' (Water Festival) के रूप में मनाया जाता है। 

कम्बोडिया में इस 'वाटर फेस्टिवल' (Water Festival) को 'चाउन चानम थेमी' कहा जाता है। 

थाईलैंड में इस त्योहार को 'सोंगकरन उत्सव' कहा जाता है। थाईलैंड में यह त्योहार प्राय: 13 से 15 अप्रैल तक मनाया जाता है।

म्यांमार में इसे 'मेकांग' जल पर्व के नाम से जाना जाता है। लाओस में यह पर्व नववर्ष की खुशी के रूप में मनाया जाता है। लोग एक दूसरे पर पानी डालते हैं। इसे यहाँ 'थिंगयान' भी कहते हैं। म्यामांर में यह नववर्ष के अवसर पर मनाया जाता है। लोग एक-दूसरे पर रंग और पानी की बौछार करते हैं।  इनकी मान्यता है कि इस त्योहार के मनाने से यानि एक-दूसरे व्यक्ति पर पानी डालने से आप उसके पाप धो डालते हैं। युवा पीढ़ी में यह भूत लोकप्रिय है। वे इसका भरपूर आनंद लेते हैं।

नेपाल में होली के अवसर पर काठमांडू में एक सप्ताह के लिए प्राचीन दरबार और नारायणहिटी दरबार में बाँस का स्तम्भ गाड़ कर आधिकारिक रूप से होली के आगमन की सूचना दी जाती है।

फीज़ी, सूरीनाम, टोबेगो व मॉरीशस में भी होली भारत की तरह ही मनाई जाती है।

स्पेन (Spain) में भी लाखों टन टमाटर एक दूसरे को मारकर 'होली' जैसा एक त्योहार 'लॉ टोमैटिना' (La Tomatina) मनाया जाता है। यह त्योहार हर वर्ष अगस्त के अंतिम बुधवार को मनाया जाता है। इस त्योहार में 100 मेट्रिक टन से भी अधिक पके हुए टमाटरओं का उपयोग किया जाता है। यह त्योहार बूनयोल (Buñol) नगर में आयोजित किया जाता है। इस नगर की कुल जनसंख्या लगभग 9000 है, लेकिन 2013 से पहले तक यहाँ इस त्योहार को देखने व मनाने के लिए 30 से 40 हजार लोग आ जाते थे। इतने पर्यटकों के कारण नगर में अराजकता का वातावरण हो जाता था। इस स्थिति से निबटने के लिए अब इस त्यौहार को आधिकारिक तौर पर केवल 20 हजार लोगों तक सीमित कर दिया है। इसके लिए ऑनलाइन आधिकारिक टिकटिंग की व्यवस्था कर दी गई है।

इधर पिछले कुछ वर्षों से जर्मनी, इंग्लैंड, अमरीका और अफ्रीका में 'होली' गैर-भारतीयों द्वारा मनाई जाने लगी है।

आयोजकों का मानना है कि उनका यह आयोजन भारत की होली से प्रेरित है लेकिन यह धार्मिक त्योहार न होकर मनोरंजन हेतु आयोजित किया जाता है। इसमें रंग व पानी के रंगों का इस्तेमाल किया जाता है और संगीत व नृत्य के रंगारंग कार्यक्रम होते हैं।

- रोहित कुमार 'हैप्पी' 

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