रामायण के अनुसार दीवाली वाले दिन अयोध्या के राजकुमार राम अपने पिता दशरथ की आज्ञा से 14 वर्ष का वनवास काटकर तथा लंकानरेश रावण का वध कर पत्नी सीता, अनुज लक्ष्मण तथा भक्त हनुमान के साथ अयोध्या लौटे थे। उनके स्वागत में पूरी अयोध्या नगरी दीपों से जगमगा उठी। उसी समय से दीवाली पर दीये जलाकर, पटाखे बजाकर तथा मिठाई बांटकर दीवाली का पर्व मनाने की परम्परा आरंभ हुई।

Important Links
Author: भारत-दर्शन संकलन
Comment using facebook |
सब्स्क्रिप्शन
पिछले अंक
- दीवाली विशेषांक 2018
- सितम्बर-अक्टूबर 2018
- जुलाई-अगस्त 2018
- मई-जून 2018
- हास्य-व्यंग विषेशांक मार्च-अप्रैल 2018