भारत की परंपरागत राष्ट्रभाषा हिंदी है। - नलिनविलोचन शर्मा।
 

कविता-कविता (काव्य)

Author: कौतुक बनारसी | हास्य कविता

कुछ जीत हुई, कुछ हार हुई
              दिन-रात रटें कविता-कविता
कुछ आन रही, कुछ शान रही
             हर बात रटें कविता-कविता
हर मौसिम में सरदी गरमी
             बरसात, रटें कविता-कविता
उफ, जात रहे न रहे जग में,
              कमजात रटें कविता-कविता

- कौतुक बनारसी [1959]

Back

 
Post Comment
 
 
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश