प्रत्येक नगर प्रत्येक मोहल्ले में और प्रत्येक गाँव में एक पुस्तकालय होने की आवश्यकता है। - (राजा) कीर्त्यानंद सिंह।
काश! नए वर्ष में (काव्य)  Click to print this content  
Author:हलीम 'आईना'

काश! नए वर्ष में
ऐसा हो जाए।
कुर्सी हथियाने के बाद भी
हर एक सत्ताधारी
चुनाव पूर्व वाली
विनम्रता दिखलाए ।

काश! नए वर्ष में
ऐसा से जाए,
किसी ग़रीब के हिस्से का
कौर हड़पने
कोई तौंदिया न आए ।

काश! नए वर्ष में
ऐसा से जाए,
कोई भी ट्यूशनख़ोर द्रोणाचार्य
अपने चहेते अर्जुनों की ख़ातिर
किसी एकलव्य का अँगूठा न कटवाए ।

काश! नए वर्ष में
ऐसा से जाए ।

- हलीम 'आईना'

 

Previous Page  |   Next Page
 
 
Post Comment
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

सर्वेक्षण

भारत-दर्शन का नया रूप-रंग आपको कैसा लगा?

अच्छा लगा
अच्छा नही लगा
पता नहीं
आप किस देश से हैं?

यहाँ क्लिक करके परिणाम देखें

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश