अपनी सरलता के कारण हिंदी प्रवासी भाइयों की स्वत: राष्ट्रभाषा हो गई। - भवानीदयाल संन्यासी।
कलाम ने कहा था (विविध)  Click to print this content  
Author:भारत-दर्शन संकलन

यहाँ पूर्व राष्ट्रपति डॉ० कलाम के अनमोल वचन संकलित किए गए हैं:

  • चलो हम अपना आज कुर्बान करते हैं जिससे हमारे बच्चों को बेहतर कल मिले।
  • इक्कीसवीं सदी में पूँजी या श्रम के बजाए ज्ञान प्राथमिक उत्पादन संसाधन है।
  • भगवान उसी की मदद करता है जो कड़ी मेहनत करते हैं। यह सिद्धान्त स्पष्ट होना चाहिए।
  • छात्रों को प्रश्न जरूर पूछना चाहिए. यह छात्र का सर्वोत्तम गुण है।
  • सपने सच हों इसके लिए सपने देखना जरूरी है।
  • अगर एक देश को भ्रष्टाचार मुक्त होना है तो मैं यह महसूस करता हूं कि हमारे समाज में तीन ऐसे लोग हैं जो ऐसा कर सकते हैं.. ये हैं पिता, माता और शिक्षक।
  • महान सपने देखने वालों के सपने हमेशा श्रेष्ठ होते हैं।
  • मनुष्य को मुश्किलों का सामना करना जरूरी है क्योंकि सफलता के लिए यह जरूरी है।
  • राष्ट्र किसी व्यक्ति, संगठन और दल की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण है।
  • जब हम बाधाओं का सामना करते हैं तो हम पाते हैं कि हमारे भीतर साहस और लचीलापन मौजूद है जिसकी हमें स्वयं जानकारी नहीं थी और यह तभी सामने आता है जब हम असफल होते हैं। जरूरत है कि हम इन्हें तलाशें और जीवन में सफल बनें।
  • युवाओं के लिए कलाम का विशेष संदेशः अलग ढंग से सोचने का साहस करो, आविष्कार का साहस करो, अज्ञात पथ पर चलने का साहस करो, असंभव को खोजने का साहस करो और समस्याओं को जीतो और सफल बनो.. ये वो महान गुण हैं जिनकी दिशा में तुम अवश्य काम करो।
  • जीवन के इतिहास में परचा भी खुद बनाना होता है, उत्तर भी खुद लिखने होते हैं। और यहाँ तक कि उन्हें जाँचना भी खुद होता है।
  • हमें हार नहीं माननी चाहिए और समस्याओं को हम पर हावी नहीं होने देना चाहिए।

 

Previous Page
 
 
Post Comment
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

सर्वेक्षण

भारत-दर्शन का नया रूप-रंग आपको कैसा लगा?

अच्छा लगा
अच्छा नही लगा
पता नहीं
आप किस देश से हैं?

यहाँ क्लिक करके परिणाम देखें

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश