अपनी सरलता के कारण हिंदी प्रवासी भाइयों की स्वत: राष्ट्रभाषा हो गई। - भवानीदयाल संन्यासी।
शेखचिल्ली के कारनामें (बाल-साहित्य )  Click to print this content  
Author:भारत-दर्शन संकलन

शेखचिल्ली के किस्से सुनकर जहाँ ज्ञानवर्धक जानकारी मिलती वहीं मनोरंजन भी होता है। शेखचिल्ली के किस्से पिछली कई पीढि़यों से सुने और सुनाये जाते हैं।

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