अपनी सरलता के कारण हिंदी प्रवासी भाइयों की स्वत: राष्ट्रभाषा हो गई। - भवानीदयाल संन्यासी।
हमारा वतन दिल से प्यारा वतन  (बाल-साहित्य )  Click to print this content  
Author:चकबस्त

ये हिन्दोस्तां है हमारा वतन
मुहब्बत की आँखों का तारा वतन
हमारा वतन दिल से प्यारा वतन

वो इसके दरख्तों की तय्यारियाँ
वो फल-फूल, पौदे, वो फलवारियां ।
हमारा वतन दिल से प्यारा वतन

हवा में दरख्तों का वह झूमना
वो पत्तों का फूलों का मुंह चूमना
हमारा वतन दिल से प्यारा वतन

वो सावन में काली घटा को बहार
वो बरसात की हल्की-हल्की फुहार
हमारा वतन दिल से प्यारा वतन

वो बागों में कोयल, वो जंगल के मोर
वो गंगा की लहरें, वो जमुना का ज़ोर
हमारा वतन दिल से प्यारा वतन

इसी से है इस ज़िन्दगी की बहार
वतन की मुहब्बत हो या मां का प्यार
हमारा वतन दिल से प्यारा वतन

-चकबस्त

 

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