परमात्मा से प्रार्थना है कि हिंदी का मार्ग निष्कंटक करें। - हरगोविंद सिंह।
 
न्‍यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भेंट की  (विविध)     
Author:भारत-दर्शन समाचार

न्‍यूजीलैंड के प्रधानमंत्री जॉन की ने 26 अक्‍टूबर, 2016 को राष्‍ट्रपति भवन, देहली में भारत के राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भेंट की।

न्‍यूजीलैंड के प्रधानमंत्री और भारत में उनके प्रतिनिधिमंडल का स्‍वागत करते हुए राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारत न्‍यूजीलैंड के साथ अपने रिश्‍तों को विशेष अहमियत देता है। उच्‍च स्‍तर पर संपर्क कायम करने के सतत प्रयास भारत और न्‍यूजीलैंड के बीच द्विपक्षीय सहभागिता की बढ़ती अहमियत की पुष्टि करते हैं।

राष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत और न्‍यूजीलैंड एक अनोखे संबंध को साझा करते हैं, जो साझा मूल्‍यों एवं तालमेल पर आधारित हैं। दोनों ही देशों में बहुसांस्कृतिक एवं जीवंत लोकतंत्र है, जो कानून के शासन में विश्‍वास करते हैं और उसका सम्‍मान करते हैं। भारत जिस खाद्य सुरक्षा की तलाश में जुटा हुआ है, उसमें न्‍यूजीलैंड अहम भागीदार साबित हो सकता है। पिछले आठ वर्षों में दोनों देशों के बीच वस्‍तुओं एवं सेवाओं का द्विपक्षीय व्‍यापार लगभग दोगुना हो गया है। वर्ष 2015 में वस्‍तुओं एवं सेवाओं का कुल व्‍यापार 1.45 अरब अमेरिकी डॉलर का रहा। भारत एवं न्‍यूजीलैंड संबंधित क्षेत्र और इससे परे क्षेत्रों में सुरक्षा, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने में भागीदार बन सकते हैं।

न्‍यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी की भावनाओं से सहमति जताते हुए कहा कि उनकी सरकार द्विपक्षीय संबंधों को और ज्‍यादा मजबूत करने की इच्‍छुक है। उन्‍होंने इस वर्ष के आरंभ में न्‍यूजीलैंड की यात्रा करने के लिए राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी का धन्‍यवाद किया और कहा कि भारत के आर्थिक विकास से अनेकानेक अवसर उपलब्‍ध हो रहे हैं। न्‍यूजीलैंड में रहने वाले भारतीयों की संख्‍या तेजी से बढ़ रही है। उन्‍होंने कहा कि दोनों देशों के बीच उच्‍चस्‍तरीय संपर्कों से एक दूसरे की अवधारणा को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिल रही है।

 

Previous Page  |  Index Page  |   Next Page
 
 
Post Comment
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश