आज के बच्चे हम नवयुवक के प्रणेता बनेंगे भविष्य-रचयिता हैं हम वर्तमान से ही शुरुआत करेंगे अपने इस बहुभाषी देश में हर भाषा का सम्मान करेंगे पल-पल बढ़ते प्रदूषण का मिल-जुलकर हम नाश करेंगे अशिक्षा, बेरोज़गारी, महँगाई को हम बिलकुल भी टिकने न देंगे जात-पात और क्षेत्रवाद की बेड़ियों को हर हाल में हम तोड़कर ही दम लेंगे ठान लिया लिया है अब तो हमने नारी-सम्मान के प्रवर्तक बनेंगे प्रण करते हैं आज हम बच्चे नवयुग के प्रणेता बनेंगे गांधी, नेहरू के सपनों को पूरा करके सतयुग का आग़ाज़ करेंगे
-कोमल मेहंदीरत्ता ई-मेल: komal.mendiratta@nd.balbharati.org |