देशभाषा की उन्नति से ही देशोन्नति होती है। - सुधाकर द्विवेदी।
 

मीरा के भजन

 (काव्य) 
 
रचनाकार:

 मीराबाई | Meerabai

मीरा के भजनों का संग्रह।

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मेरो दरद न जाणै कोय
चलो मन गंगा-जमना-तीर
श्याम पिया मोरी रंग दे चुनरिया
होरी खेलत हैं गिरधारी
Posted By Ramu   on
Mujhe meerabai ke bhajan very good hai.
Posted By manish Bishnoi   on
9521141229
 
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