भारत की परंपरागत राष्ट्रभाषा हिंदी है। - नलिनविलोचन शर्मा।
 
पथ से भटक गया था राम | भजन (काव्य)       
Author:रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड

पथ से भटक गया था राम
नादानी में हुआ ये काम
 
छोड़ गए सब संगी साथी
संकट में प्रभु तुम लो थाम
 
तू सबके दुःख हरने वाला
बिगड़े संवारे सबके काम
 
तेरा हर पल ध्यान धरुं मैं
ऐसा पिला दे प्रेम का जाम

- रोहित कुमार 'हैप्पी'

[ 27-06-96]

 

#

[उपरोक्त का दूसरा संस्करण]

पथ से भटक गया मैं राम
नादानी में हुआ ये काम।

छोड़ गए सब संगी साथी
संकट में प्रभु तुम लो थाम।

क्षमा करो हे प्रभु मुझे तुम
भूल गया था मैं तेरा नाम।

 
मन अपमानित तन पीड़ित है
याद करुं मैं तुझे हे शाम।

 
कष्ट हरो मेरे तन-मन के तुम
बिगड़े संवारों तुम सब काम।


- रोहित कुमार 'हैप्पी'

 

Back
 
 
Post Comment
 
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश