जब से हमने अपनी भाषा का समादर करना छोड़ा तभी से हमारा अपमान और अवनति होने लगी। - (राजा) राधिकारमण प्रसाद सिंह।
 
हरिवंशराय बच्चन की नये वर्ष पर कविताएं (काव्य)       
Author:हरिवंश राय बच्चन | Harivansh Rai Bachchan

यहाँ हरिवंशराय बच्चन की नये वर्ष पर लिखी गई कुछ कविताएं संकलित की हैं। विश्वास है पाठकों को अच्छी लगेंगी।

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