प्रत्येक नगर प्रत्येक मोहल्ले में और प्रत्येक गाँव में एक पुस्तकालय होने की आवश्यकता है। - (राजा) कीर्त्यानंद सिंह।
 
मुस्कान (काव्य)       
Author:डॉ पुष्पा भारद्वाज-वुड | न्यूज़ीलैंड

उन्होंने कहा-- 
तुम्हारी मुस्कान में
एक जादू है।
बहुत ही प्यारी और निश्छल है।

हमने कहा नहीं--
तुम क्या जानो
इसके पीछे का दर्द! 

वे बोले--
तुम्हारी आँखों की गहराई 
मन को मोह लेने वाली है।

हम हँसे पर बोले नहीं-- 
इस गहराई के पीछे 
छुपे द्वंद्व को
पहचान पाओगे तुम? 

पहचानते तो 
समझ जाते 
पूरा व्यक्तित्व
खुद-ब-खुद।  

 -डॉ.पुष्पा भारद्वाज-वुड
   न्यूज़ीलैंड

Back
 
 
Post Comment
 
 
 
 

सब्स्क्रिप्शन

इस अंक में

 

इस अंक की समग्र सामग्री पढ़ें

 

 

सम्पर्क करें

आपका नाम
ई-मेल
संदेश