जब से हमने अपनी भाषा का समादर करना छोड़ा तभी से हमारा अपमान और अवनति होने लगी। - (राजा) राधिकारमण प्रसाद सिंह।
 
चित्र-दीर्घा :   Jallianwala Bagh

गोलियों के निशान

Shaheedi Kuan | शहीदी कुआँ

जलियाँवाला बाग की कहानी

अमानवीय कृत्य की बोलती तस्वीर

शहीदी स्मारक

अमर ज्योति स्मारक, जलियाँवालाबाग, अमृतसर

अमर ज्योति
 

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