यह संदेह निर्मूल है कि हिंदीवाले उर्दू का नाश चाहते हैं। - राजेन्द्र प्रसाद।
 
कृशन चंदर जयंती | 23 नवंबर
   
 

जन्म: 23 नवंबर 1914, वजीराबाद, गुजराँवाला (अब पाकिस्तान में)

विधाएँ: उपन्यास, कहानी प्रमुख कृतियाँ : उपन्यास : एक गधे की आत्मकथा, एक वायलिन समुंदर के किनारे, एक गधा नेफ़ा में, तूफ़ान की कलियाँ, कार्निवाल, तूफ़ान की कलियाँ, एक गधे की वापसी, गद्दार, सपनों का क़ैदी, सफ़ेद फूल, तूफ़ान की कलियाँ, प्यास, यादों के चिनार, मिट्टी के सनम, रेत का महल, कागज़ की नाव, चाँदी का घाव दिल, दौलत और दुनिया, प्यासी धरती प्यासे लोग, पराजय, जामुन का पेड़

कहानी : पूरे चाँद की रात, पेशावर एक्सप्रेस

उपन्यास: एक गधे की वापसी

सम्मान : पद्मभूषण (1969)

निधन : 1977

 
 
 
 

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