मुस्लिम शासन में हिंदी फारसी के साथ-साथ चलती रही पर कंपनी सरकार ने एक ओर फारसी पर हाथ साफ किया तो दूसरी ओर हिंदी पर। - चंद्रबली पांडेय।
 
एनी बेसेंट | 1 अक्टूबर
   
 

प्रख्यात समाजसेवी, लेखिका और स्वतंत्रता सेनानी तथा ‘लोह महिला' (Iron Lady) के नाम से मशहूर एनी बेसेंट (Annie Besant) का जन्म 1 अक्टूबर 1847 को लन्दन, इंग्लैंड के 'वुड' परिवार में हुआ था।

एनी बेसेंट के पिता एक कुशल चिकित्सक थे। वह कई भाषाओं के ज्ञाता थे। माता धार्मिक आस्था वाली आयरिश महिला, पिता विद्वान गणितज्ञ अंग्रेज़, एक भाई दो वर्ष बड़ा था। एनी बेसेंट जब पाँच वर्ष की थीं तभी उनके पिता का स्वर्गवास हो गया था।

1852 को उनके पिता के निधन के बाद उनकी माता ने घोर निर्धनता में अपने दोनों बच्चों का पालन-पोषण किया। उनका पालन-पोषण अभावों में हुआ। एनी बेसेंट की अद्भुत प्रतिभा बचपन में ही दिखायी देने लगी थी जिससे प्रभावित होकर एक शिक्षाविद महिला 'सुश्री मेरियट' ने उन्हें अपने संरक्षण में ले लिया। सुश्री मेरियट के संरक्षण में एनी बेसेंट ने 16 वर्ष तक विद्यार्जन किया।  यूरोप तथा जर्मनी की यात्रा की, लैटिन एवं फ्रेंच भाषाओं का गहन अध्ययन किया। भारतीय संस्कृति से डॉ. बेसेंट का गहरा लगाव था।

आप भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष थीं।

आपने बाल गंगाधर तिलक के सहयोग से होम रूल लीग के अध्यक्ष दादाभाई नौरोजी के साथ मिलकर होम रूल लीग आंदोलन की शुरुआत की।

20 सितम्बर 1933 को आपका भारत में देहांत हो गया।

[भारत-दर्शन]

 
 
 
 

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