देशभाषा की उन्नति से ही देशोन्नति होती है। - सुधाकर द्विवेदी।
बच्चों की कविताएं
यहाँ आप पाएँगे बच्चों के लिए लिखा बाल काव्य जिसमें छोटी बाल कविताएं, बाल गीत, बाल गान सम्मिलित हैं।

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मेरा भी तो मन करता है - डॉ. जगदीश व्योम

मेरा भी तो मन करता है
मैं भी पढ़ने जाऊँ
अच्छे कपड़े पहन
पीठ पर बस्ता भी लटकाऊँ

क्यों अम्मा औरों के घर
झाडू-पोंछा करती है
बर्तन मलती, कपड़े धोती
पानी भी भरती है
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बचपन से दूर हुए हम - डॉ. जगदीश व्योम

छीनकर खिलौनो को बाँट दिये गम
बचपन से दूर बहुत दूर हुए हम
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कम्प्यूटर | बाल गीत  - रेखा राजवंशी | ऑस्ट्रेलिया

नहीं चाहिए मुझको ट्यूटर
माँ मुझको ला दे कम्प्यूटर।
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घास में होता विटामिन - रबीन्द्रनाथ टैगोर | Rabindranath Tagore

घास में होता विटामिन
गाय, भेड़ें, घोड़े;
घास खाकर जीते, उनके
बावर्ची हैं थोड़े!
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माँ मारेंगी !  - रघुवीर शरण

अगर हाथ देंगे नाली में, माँ मारेंगी ।
अगर साथ देंगे गाली में माँ मारेंगी ॥
कपड़े मैले नहीं करेंगे, माँ मारेंगी ।
मिट्टी सर में नहीं भरेंगे, माँ मारेंगी ।
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चाँद की सैर  - डॉ सुशील शर्मा

डब्बू ने इक सपना देखा
चाँद सैर पर जाने का।
उड़ता हुआ चाँद पर पहुँचा
बड़ा मज़ा उड़ जाने का।
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