प्रत्येक नगर प्रत्येक मोहल्ले में और प्रत्येक गाँव में एक पुस्तकालय होने की आवश्यकता है। - (राजा) कीर्त्यानंद सिंह।
बच्चों की कहानियां
बच्चों के लिए मंनोरंजक बाल कहानियां व कथाएं (Hindi Stories and Tales for Children) पढ़िए। इन पृष्ठों में स्तरीय बाल-साहित्य का संकलन किया गया है।

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लोभी दरजी | बाल-कहानी - गिजुभाई

 
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बेईमान - अरविन्द

गाँव में एक किसान रहता था जो दूध से दही और मक्खन बनाकर बेचने का काम करता था। 
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ची-ची | बाल कहानी  - वंदना शर्मा

एक था चूहा। नाम था उसका ची-ची। एक दिन वो सुबह की सैर को जा रहा था। उसे एक पेड़ के नीचे कुछ चमकीला-सा दिखाई दिया। ची-ची दौड़कर पहुंचा वहां, देखा एक सुन्दर लाल कपडा था। जो बहुत चमक रहा था। वह ख़ुशी से उछल पड़ा,"अरे वाह कितना सुन्दर कपडा है। इसकी तो मैं टोपी सिलवाऊंगा। शादी में जाऊंगा। सेल्फी लूंगा। गरम -गरम रसगुल्ले खाऊंगा। वॉओ! कितना मज़ा आएगा! युम्मी-यम्मी ! ऐसा सोचकर उसने लाल कपड़े को उठाया और उलट-पलटकर देखने लगा। टोपी सिलाने के लिए चाहिए, एक दर्जी।
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