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कविताएं |
देश-भक्ति की कविताएं पढ़ें। अंतरजाल पर हिंदी दोहे, कविता, ग़ज़ल, गीत क्षणिकाएं व अन्य हिंदी काव्य पढ़ें। इस पृष्ठ के अंतर्गत विभिन्न हिंदी कवियों का काव्य - कविता, गीत, दोहे, हिंदी ग़ज़ल, क्षणिकाएं, हाइकू व हास्य-काव्य पढ़ें। हिंदी कवियों का काव्य संकलन आपको भेंट! |
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गिरमिट के समय - कमला प्रसाद मिश्र | फीजी | Kamla Prasad Mishra |
दीन दुखी मज़दूरों को लेकर था जिस वक्त जहाज सिधारा |
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अपील - लक्ष्मी शंकर वाजपेयी |
दुनिया भर की सारी धार्मिक किताबों ने, |
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माँ अमर होती है, माँ मरा नहीं करती - आराधना झा श्रीवास्तव |
माँ अमर होती है, |
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चतुष्पदियाँ - त्रिलोचन |
स्वर के सागर की बस लहर ली है |
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कुछ मुक्तक - भारत-दर्शन संकलन |
सभी को इस ज़माने में सभी हासिल नहीं मिलता |
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तुलसी के प्रति - रामप्रसाद मिश्र |
ओ महाकवे ! क्या कहें तुम्हें, ऋषि? स्रष्टा? द्रष्ठा? महाप्राण? अपनी पानवतम वाणी से तुम करते संस्कृति-परित्राण । मेरी संस्कृति के विश्वकोश के निर्माता जनकवि उदार, ओ भाषा के सम्राट, राष्ट्र के गर्व, भक्तिपीयूषधार ! अचरज होता, तुम मानव थे, तन में था यह ही अस्थि-चाम ! ओ अमर संस्कृति के गायक तुलसी ! तुमको शत-शत प्रणाम । कितने कृपालु तुम हम पर थे, जनवाणी में गायन गाए ! सद्ज्ञान, भक्ति औ' कविता के सब रस देकर मन सरसाए। मानवता की सीमाओं को दिखलाया अपने पात्रों में, ब्रह्मत्व भर दिया महाकवे ! तुमने मानव के गात्रों में। वसुधा पर स्वर्ग उतार दिया मेरे स्रष्टा, ओ आप्तकाम ! ओ अमर संकृति के गायक तुलसी! तुमको शत शत प्रणाम । -रामप्रसाद मिश्र धर्मयुग, जुलाई 1958 [इसमें रचयिता का नाम आनंदशंकर लिखा था। रामप्रसाद मिश्र उन दिनों आनंदशंकर नाम से लिखते थे।] ... |
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मेरे हिस्से का आसमान - प्रो॰ बीना शर्मा |
मेरे हिस्से का आसमान |
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मैं लड़ूँगा - डॉ. सुशील शर्मा |
मैं लड़ूँगा यह युद्ध |
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