अपनी सरलता के कारण हिंदी प्रवासी भाइयों की स्वत: राष्ट्रभाषा हो गई। - भवानीदयाल संन्यासी।

आ गया बच्चों का त्योहार | Bal Diwas Hindi poem

 (बाल-साहित्य ) 
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रचनाकार:

 भारत-दर्शन संकलन | Collections

आ गया बच्चों का त्योहार !

सभी में छाई नयी उमंग, खुशी की उठने लगी तरंग,
होे रहे हम आनन्द-विभोर, समाया मन में हर्ष अपार !
आ गया बच्चों का त्योहार !

करें चाचा नेहरू को याद, जिन्होंने किया देश आज़ाद,
बढ़ाया हम सबका सम्मान, शांति की देकर नयी पुकार !
आ गया बच्चों का त्योहार !

चलें उनके ही पथ पर आज, बनाएं स्वर्ग-समान समाज,
न मानें कभी किसी से बैर, बढ़ाएं आपस में ही प्यार !
आ गया बच्चों का त्योहार !

देश-हित दें सब-कुछ हि त्याग, कर भारत माँ से अनुराग,
बनाएं जन सेवा को ध्येय, करें दुखियों का हम उद्धार !
आ गया बच्चों का त्योहार !

- विनोदचंद्र पांडेय 'विनोद'

 

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