जब से हमने अपनी भाषा का समादर करना छोड़ा तभी से हमारा अपमान और अवनति होने लगी। - (राजा) राधिकारमण प्रसाद सिंह।

The Collected Work of Mahatma Gandhi - Vol 45 - Page 334

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रचनाकार:

 रोहित कुमार 'हैप्पी' | न्यूज़ीलैंड

The Collected Works of Mahatma Gandhi - Vol 45 - Page 334

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Collected Works of Mahatma Gandhi Vol 45

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