13 अप्रैल 1919 को जलियाँवाला बाग में हो रही जनसभा पर अचानक ब्रिटिश सैनिकों द्वारा गोलाबारी आरम्भ कर देने से जलियाँवाला बाग में स्थित इसी कुएँ में बहुत से लोगों ने जान बचाने के लिए छलांग लगा दी और पानी में डूबने से अनेक भारतीयों की मौत हो गई।